खेलों की नायाब शख्सियत संजय को कानपुर का सलाम

हर पल खेलों को जीता जौनपुर का योद्धा नूतन शुक्ला कानपुर। मुसाफिर वह है जिसका हर कदम मंजिल की चाहत हो, मुसाफिर वह नहीं जो दो कदम चल करके थक जाए। जी हां संजय कुमार सिंह खेलों के कभी न थकने वाले नायाब योद्धा हैं। खेल इनकी रग-रग में समाये हुए हैं। ऐसा हो भी क्यों नहीं इन्हें खेल विरासत में जो मिले हुए हैं। राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगभ.......

मिरर के सामने बैटिंग और बॉलिंग के ड्रिल कर अपना खेल सुधारें

क्रिकेट प्रशिक्षक अनूप जखमोला की युवा क्रिकेटरों को सलाह हल्द्वानी। देशभर में लॉकडाउन के चलते सब कुछ ठहर सा गया है। इससे सबसे अधिक नुकसान यदि किसी का हो रहा है तो वह हैं खिलाड़ी। यद्यपि कुछ खिलाड़ी घर में रहकर व्यायाम आदि से अपनी शारीरिक फिटनेस सुधार रहे हैं लेकिन क्रिकेटरों के लिए स्थितियां ज्यादा चिंतनीय हैं। युवा क्रिकेटरों को  परेशानी से निजात दिलाने के लिए क्रिकेट प्रशिक्षक अनूप जखम.......

सेण्ट मैरी कान्वेंट स्कूल की छात्राएं बढ़ा रहीं कानपुर का गौरव

शारीरिक शिक्षा को नया आयाम दे रहे डा. अजय कुमार सिंह नूतन शुक्ला कानपुर। खेलों को लेकर आज भारतीय जनमानस में बदलाव देखा जा रहा है। इस बदलाव की मुख्य वजह खिलाड़ियों के चमकदार प्रदर्शन के साथ शारीरिक शिक्षकों और प्रशिक्षकों की निपुणता को माना जा सकता है। कहते हैं कि बिना गुरू के सीखी गई विद्या अधूरी होती है। यही बात खेल के क्षेत्र में भी ला.......

कानपुर में एथलेटिक्स के भीष्म पितामह हैं डा. नंदलाल सिंह

मान्या और वैभवी भी बाबा के पदचिह्नों पर चलने को तैयार श्रीप्रकाश शुक्ला कानपुर। जीवन में हर इंसान कामयाबी के सपने देखता है लेकिन सफलता उसे ही मिलती है जिसमें लक्ष्य हासिल करने की अदम्य इच्छाशक्ति और कड़ी मेहनत करने का हौसला हो। ऐसे ही हौसलेबाज हैं कानपुर के सेवानिवृत्त उप-अधीक्षक पुलिस डा. नंदलाल सिंह। गुरबत के दौर से गुजर कर इन्होंने कड़ी मेह.......

खेलों को समर्पित नायाब शख्सियत हैं नीतू कटियार

एथलेटिक्स और खो-खो में राष्ट्रीय स्तर पर बनाई पहचान नूतन शुक्ला कानपुर। खेल, खेल बस खेल। सोते-जगते खेलों की बेहतरी के बारे में सोचना ही जिसका मकसद हो ऐसी नायाब शख्सियत हैं कानपुर की नीतू कटियार। एथलेटिक्स और खो-खो में राष्ट्रीय स्तर पर धाक जमाने के बाद आज वह बेसिक शिक्षा विभाग में जिला व्यायाम शिक्षक के पद पर रहते हुए नई पीढ़ी का खेलों म.......

स्वाती सिंह बच्चों को कर रहीं खेलों से जोड़ने का प्रयास

हैमर थ्रो में बना चुकी हैं मीट रिकार्ड श्रीप्रकाश शुक्ला लखनऊ। खेल ही मेरी जिन्दगी है। सुबह-शाम मैदानों में ही कटती है। मैदानों की सोंधी खुशबू मुझे कुछ इस तरह रास आ गई है कि लगता है खेल ही सब कुछ है। बच्चों को खेलों से जोड़ना ही मेरे जीवन का एकमात्र लक्ष्य बन गया है। मैं चाहती हूं कि उत्तर प्रदेश का कोई एथलीट ओलम्पिक में पोडियम तक पहुंचे.......

खेलों से नारी शक्ति को दिशा दिखाती मनीषा

खेलकूद है स्वास्थ्य का मूल, इससे बनाओ जीवन अनुकूल श्रीप्रकाश शुक्ला कानपुर। आजकल की व्यस्त दिनचर्या में खेल ही एकमात्र ऐसा साधन है, जो मनोरंजन के साथ-साथ छात्र-छात्राओं के सम्पूर्ण व्यक्तित्व विकास में सहायक है। आज के दौर में खेलों के मायने बदल गए हैं। इस बदलाव के पीछे सामाजिक चेतना के साथ-साथ खेल प्रशिक्षकों और शारीरिक शिक्षकों की भूमिक.......

खेलों से नारी शक्ति को दिशा दिखातीं मनीषा

खेलकूद है स्वास्थ्य का मूल, इससे बनाओ जीवन अनुकूल खेलपथ प्रतिनिधि कानपुर। आजकल की व्यस्त दिनचर्या में खेल ही एकमात्र ऐसा साधन है, जो मनोरंजन के साथ-साथ छात्र-छात्राओं के सम्पूर्ण व्यक्तित्व विकास में सहायक है। आज के दौर में खेलों के मायने बदल गए हैं। इस बदलाव के पीछे सामाजिक चेतना के साथ-साथ खेल प्रशिक्षकों और शारीरिक शिक्षकों की भूमिका .......

सिर्फ खेलों और खिलाड़ियों से है प्रीति की प्रीति

प्रीति मिश्रा नवोदय विद्यालयों में जगा रहीं खेलों की अलख नूतन शुक्ला कानपुर। शिक्षक का दर्जा समाज में हमेशा से ही पूजनीय रहा है। कोई उसे गुरु कहता है, कोई शिक्षक कहता है, कोई आचार्य कहता है तो कोई अध्यापक या टीचर कहता है। दरअसल, ये सभी शब्द एक ऐसे व्यक्ति को इंगित करते हैं जिस पर देश के भविष्य और राष्ट्र निर्माण का महती दायित्व होता है। .......

अलका पाठक छात्र-छात्राओं को पढ़ा रहीं खेलों का पाठ

इनके प्रशिक्षण से उत्तर प्रदेश को मिले कई नायाब सितारे नूतन शुक्ला कानपुर। सर पद्मपत सिंघानिया एज्यूकेशन सेण्टर उत्तर प्रदेश में सिर्फ शिक्षा ही नहीं खेलों के क्षेत्र में भी अपनी अलग पहचान रखता है। इसका सारा श्रेय खेलों को पूरी तरह से समर्पित अलका पाठक मिश्रा की कर्तव्यनिष्ठा और अथक मेहनत को जाता है। अलका पाठक इस संस्थान के छात्र-छात्राओ.......